हम यहाँ सरबजीत को छुड़ाने की बात कर रहे है .इसके लिए सरकार और जनता दोनों प्रयासरत है .लेकिन सबसे पहले हमे ये सोचना चाहिए की यह एक सरबजीत की बात नहीं है भारत के ऐसे सैकडो सरबजीत पाकिस्तान की जेलों में बंद है और पाकिस्तान के कई सरबजीत भारत की जेलों में .हम किन किन को बचायेंगे .
लोगो को बचाने की बजाये अगर हम दोनों देश के बिच के रिश्तो को बेहतर करे तो वो ज्यादा अच्छा होगा .तब कोई सरबजीत न पाकिस्तान की जेल में होगा न भारत की जेल में .
आलोक मणि

No comments:
Post a Comment